गुमराह रात। Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps August 24, 2021 दिन ढला जब शाम आयी, कुछ अजब सी तकरार हुई। धरती और आसमाँ के बीच, मन ही मन कुछ बात हुई।। चांदनी रात पर बादल चढ़ा,गुमराह अँधेरी रात हुई। लगा गगन के आँखों से, फिर जमकर बरसात हुई।। - नूर के दिल से.... Read more